रजः प्रवर्तनी वटी के फायदे, नुकसान, उपयोग विधि और प्राइस

यह महिलाओं के मासिक दर्म से सम्बंधित विकारों को दूर करती है। इसके सेवन से राजोरोध और मासिक के दौरान दर्द, कम मात्रा में मासिक धर्म का होना आदि नष्ट होते हैं।

रजः प्रवर्तनी वटी, एक आयुर्वेदिक औषधि है जिसे एलो वेरा, काशीस, हींग और सुहागा को समपरिमाण में मिश्रित कर, एलो वेरा के गुदे के रस में मर्दन करके बनाया जाता है। इसे भैषज्यरत्नावली के स्त्रिरोगाधिकार से लिया गया है। यह महिलाओं के मासिक दर्म से सम्बंधित विकारों को दूर करती है। इसके सेवन से राजोरोध और मासिक के दौरान दर्द, कम मात्रा में मासिक धर्म का होना आदि नष्ट होते हैं।

Rajah Pravartini Vati is an Ayurvedic medicine used to induce period and treat scanty bleeding in periods, absence of periods, infertility and painful menstruation. It contains Aloe vera, Kasis, Heeng and Borax.

Here is given more about this medicine, such as indication/therapeutic uses, Key Ingredients and dosage in Hindi language.

रजः प्रवर्तनी वटी के घटक | Ingredients of Rajah Pravartini Vati in Hindi

  • कन्यासरा (कुमारी) – मुसब्बर (Lf.) 1 Part
  • कासीसशुद्ध 1 Part
  • रमता (हिंगू) (Exd.) 1 Part
  • टंकणशुद्ध 1 Part
  • कन्या (कुमारी)स्वरस (Lf.) Q.S.मर्दन

घृत कुमारी(एलो वेरा) में सूजन और दर्द से राहत देने के गुण है। इसमें बीटा-सीटोस्टेरॉल beta-sitosterol होता है जो की शरीर में कोलेस्ट्रॉल और लिपिड के स्तर को कम करता है साथ ही यह सूजन को कम करने में भी सहयोग करता है। आलो-वेरा में एंटी -प्रोस्टाग्लैंडीन भी होता है जो दर्द और सूजन निवारक है।

शुद्ध कसीस, रक्त धातु में वृद्धि करता है और गर्भाशय में खून के प्रवाह को बढ़ाता है।

हींग में दर्द निवारक, वात को नीचे करने, गैस कम करने, और पाचन को सही करने के गुण हैं। इसके अतिरिक्त यह पेल्विस में होने वाले संकुचन में भी आराम देता है। यह हॉर्मोन प्रोजेसटेरोन के बनने में भी सहयोगी है।

टंकण गर्भाशय के संकुचन में मदद करता है।

रजः प्रवर्तनी वटी के लाभ | Benefits of Rajah Pravartini Vati in Hindi

  • यह शरीर में अधिक वात दोष को दूर करती है।
  • इसमें वातअनुलोमना और वात-शामक गुण है।
  • यह गर्भाशय का संकुचन करती है।
  • यह गर्भाशय में खून के प्रवाह को बढ़ाती है।
  • यह मासिक का न होना, कम मात्रा में होना, देर से होना, दर्द के साथ होनो आदि कष्ट को दूर करती है।
  • यह शरीर में मासिक के दौरान होने वाले दर्द से राहत देती है।

रजः प्रवर्तनी वटी के चिकित्सीय उपयोग | Uses of Rajah Pravartini Vati in Hindi

  • रजोरोध (Obstruction to menstrual flow)
  • कष्टार्तव, अर्तवा वेदना (Dysmenorrhoea)
  • अल्प मात्रा में मासिक
  • मासिक का देर से होना
  • मासिक समस्या होने के कारण गर्भ न ठहरना

रजः प्रवर्तनी वटी की सेवन विधि और मात्रा | Dosage of Rajah Pravartini Vati in Hindi

  • 1 गोली या 250mg, दिन में दो बार, सुबह और शाम लें।
  • इसे मासिक शुरू होने से करीब एक सप्ताह पहले से लेना शुरू कर दें।
  • इसे गर्म पानी या कुमारी आसव के साथ लें।
  • या डॉक्टर द्वारा निर्देशित रूप में लें।

इस दवा को ऑनलाइन या आयुर्वेदिक स्टोर से ख़रीदा जा सकता है।

You can buy this medicine online or from medical stores.

This medicine is manufactured by Baidyanath (Rajahpravartini Bati), Dabur (Rajahpravartini Vati), Patanjali Divya Pharmacy (Divya Rajah Pravartani Vati), Prince Pharma (Raj Pravartini Vati), Shri Dhootapapeshwar Limited (Rajahpravartani Vati) and many other Ayurvedic pharmacies.

3 thoughts on “रजः प्रवर्तनी वटी के फायदे, नुकसान, उपयोग विधि और प्राइस

  1. My menstrual period irregular.I already use Rajah pravartani vati with kumariasav,plz suggest me can we take medicine during the period up to regular cycle of menstrual period.
    RADHA

    • Mera masik dhrm 2mahine see late ho agla mahina to 15tha but is mahina to 20 din ho Gaya r bahut Kam v hota h mere left over me cyst h to Kya Mai dawai le sakti ho

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