रोहितकारिष्ट के फायदे, नुकसान और उपयोग विधि | Rohitakarishta Detail, Benefits and Uses in Hindi

रोहितकारिष्ट एक आयुर्वेदिक दवा है। यह दवा कई रोगों के इलाज के लिए प्रयोग की जाती है, विशेष रूप से जिगर और तिल्ली के रोगों में। यह दवा हृदय और रक्त में भी सुधार करती है।

रोहितकारिष्ट एक आयुर्वेदिक दवा है। यह दवा कई रोगों के इलाज के लिए प्रयोग की जाती है, विशेष रूप से जिगर और तिल्ली के रोगों में। यह दवा हृदय और रक्त में भी सुधार करती है। इस दवा का मुख्य घटक रोहिडा वृक्ष की छाल है। रोहिडा का पेड़ (Tecomella undullata) संस्कृत में रोहितक के रूप में जाना जाता है। इस पेड़ में औषधीय गुण होते है और इसे जिगर, तिल्ली और रक्त संबंधी बीमारियों के इलाज के लिए इस्तेम्मल किया जाता है। यह OTC दवा है।

Rohitakarishta is a polyherbal Ayurvedic formulation. It is an OTC drug and used in treatment of spleen diseases, abdominal diseases, localized abdominal swelling/tumour, and liver diseases. The main ingredient of this medicine is Tecomella undulate along with choti ialichi, sonth, daalchini, Triphala etc.

Here information is given about complete list of ingredients, properties, uses and dosage of this medicine in Hindi language.

नीचे इस दवा के घटक, गुण, सेवनविधि, और मात्रा के बारे में जानकारी दी गयी है।

रोहितकारिष्ट के घटक | Ingredients of Rohitakarishta in Hindi

Formulation composition:

  • Rohitaka रोहीतक Tecomella undulata St. Bk 4.8 kg
  • Jala पानी for decoction Water 49.152 l reduced to 12.288 l
  • Guda गुड़ Jaggery 9.6 kg

Prakshepa Dravyas: प्रक्षेप द्रव्य

  • Dhataki धातकी Woodfordia fruticosa Fl. 768 g
  • Pippali पिप्पली Piper longum Fr. 48 g
  • Pippalimula पिप्पलामूल Piper longum St. 48 g
  • Cavya चव्य Piper retrofractum St. 48 g
  • Citraka चित्रक Plumbago zeylanica Rt. 48 g
  • Shunthi सोंठ Zingiber officinale Rz. 48 g
  • Tvak दालचीनी Cinnamomum zeylanicum St. Bk. 48 g
  • Ela (Sukshmaila) इलाइची Elettaria cardamomum Sd. 48 g
  • Patra (Tejapatra) तेजपत्र Cinnamomum tamala Lf. 48 g
  • Haritaki हरीतकी Terminalia chebula P. 48 g
  • Bibhitaka बहेड़ा Terminalia belerica P. 48 g
  • Amalaki आवंला Emblica officinalis P. 48 g

Lf. =Leaf; P. =Pericarp; Rt. =Root; Fr. =Fruit; Rz. =Rhizome; St. =Stem; Sd. =Seed; Fl. =Flower; Fl. Bd. =Flower Bud; St. Bk. = Stem Bark; Rt. =Root;

रोहितकारिष्ट के मुख्य गुणधर्म और उपयोग | Qualities and therapeutic uses of रोहितकारिष्ट in Hindi

रोहितकारिष्ट के फायदे | Benefits of Rohitakarishta in Hindi

  • यह लीवर/यकृत को प्रोटेक्ट करती है
  • यह तिल्ली के रोगों में लाभकारी है
  • यह पित्त को जागृत करती है
  • यह रक्तशोधक है
  • यह पाचक है
  • यह बढ़ी हुई तिल्ली और यकृत को कम करती है
  • यह दस्त साफ़ करता है और भूख बढाता है

रोहितकारिष्ट के चिकित्सीय उपयोग | Rohitakarishta medicinal uses in Hindi

रोहितकारिष्ट को निम्नलिखित रोगों के इलाज के लिए प्रयोग किया जाता है

  • Splenomegaly (तिल्ली का बढ़ जाना)
  • हेपेटाइटिस
  • पीलिया
  • कोलाईटिस
  • Edema
  • दिल की बीमारी
  • रक्त शुद्धि
  • बवासीर

रोहितकारिष्ट की सेवनविधि और मात्रा | How to take Rohitakarishta and dosage in Hindi

  • इस दवा को 12-24 ml की मात्रा में लिया जाना चाहिये।
  • इसे दिन में दो बार, सुबह और शाम पानी की बराबर मात्रा मिला कर लेना है।
  • इसे भोजन करने के बाद लिया जाना चाहिये।

Where to buy

आप इस दवा को सभी फार्मेसी दुकानों पर या ऑनलाइन खरीद सकते हैं।

This medicine is manufactured by Dabur, Shree Baidyanath Ayurved Bhawan, Sandu, Kottakkal Rohitakarishtam, Arya Vaidya Sala Rohitakarishtam, and some other pharmacies.

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