सारिवादि वटी के फायदे, नुकसान, उपयोग विधि और प्राइस

सारिवादि वटी को कान का बहाना, कान में आवाजें आना, ठीक से सुनाई न देना, कान में दर्द, आदि में प्रयोग किया जाता है। सारिवादि वटी को ब्लीडिंग डिसऑर्डर, प्रमेह, स्त्री रोगों और हृदय रोगों में भी प्रयोग किया जाता है।

सारिवादि वटी, एक आयुर्वेदिक दवाई है जिसे कान के रोगों में विशेष रूप से उपयोग किया जाता है। इसे कान का बहाना, कान में आवाजें आना, ठीक से सुनाई न देना, कान में दर्द, आदि में प्रयोग किया जाता है। सारिवादि वटी को ब्लीडिंग डिसऑर्डर, प्रमेह, स्त्री रोगों और हृदय रोगों में भी प्रयोग किया जाता है।

Sarivadi Vati is used to treat tinnitus, ear infections, earache and other ear diseases. Here is given more about this medicine, such as indication/therapeutic uses, Key Ingredients and dosage in Hindi language.

सारिवादि वटी के घटक | Ingredients of Sarivadi Vati in Hindi

  • सारिवा Sariva Hemidesmus indicus 12 gram
  • मुलेठी Mulethi Glycyrrhiza glabra 12 gram
  • कूठ Kuth Saussurea lappa 12 gram
  • दालचीनी Twak Cinnamon 12 gram
  • तेजपत्ता Patra Cinnamomum tamala 12 gram
  • इलाइची Ela Cardamom 12 gram
  • नागकेशर Nagakeshara Mesua ferrea 12 gram
  • प्रियंगु Priyangu Callicarpa macrophylla 12 gram
  • नीलोत्पला Nilotpala Nymphaea stellata 12 gram
  • गिलोय Guduchi Tinospora cordifolia 12 gram
  • लौंग Lavang Clove Syzigium aromaticum 12 gram
  • हरीतकी Haritaki Terminalia chebula 12 gram
  • विभिताकी Vibhitaki Terminalia bellirica 12 gram
  • आमलकी Amalki Emblica officinalis 12 gram
  • लोहा भस्म Loha bhasma 168 gram
  • अभ्रक भस्म Abhraka bhasma 168 gram

Bhavana:

  • भृंगराज Bhringraj Eclipta alba juice
  • अर्जुन Arjun Terminalia arjuna decocotion
  • यव Yava Barley Hordeum vulgare decocotion
  • मकोय Makoy Solanum nigrum Ras
  • गुंजा की जड़ Gunjamoola Root of Abrus precatorius roots.

सारिवादि वटी के चिकित्सीय उपयोग | Uses of Sarivadi Vati in Hindi

  • कान के विभिन्न रोग
  • ऊँचा सुनना
  • बहरापन
  • प्रमेह, स्त्री रोग

सारिवादि वटी की सेवन विधि और मात्रा | Dosage of Sarivadi Vati in Hindi

  • 1-2 गोली, दिन में दो बार, सुबह और शाम, लें।
  • इसे कुछ दिन से एक-डेढ़ महीने तक लिया जा सकता है।
  • इसे दूध के साथ लें।
  • इसे भोजन करने के बाद लें।
  • या डॉक्टर द्वारा निर्देशित रूप में लें।

इस दवा को ऑनलाइन या आयुर्वेदिक स्टोर से ख़रीदा जा सकता है।

Ayurvedic medicines containing detoxified, toxic material/ poisonous substances, heavy metals should be taken only under medical supervision.

You can buy this medicine online or from medical stores.

This medicine is manufactured by Baidyanath (Sariwadi Bati), Patanjali Divya Pharmacy (Divya Sarivadi Vati) and many other Ayurvedic pharmacies. े लेकर ४ सप्ताह

2 thoughts on “सारिवादि वटी के फायदे, नुकसान, उपयोग विधि और प्राइस

  1. muje conductive hearing problem he.right ear me kam sunay deta he to kya me sarivadi vati use kar sakta hu.dr ki dava chalu he.ayu 38

  2. muje right ear me kam sunay deta he .dr ne bataya ki conductive hearig problem he to me sarivadi vati goli use kar sakta hu?din me 2 goli 3time lesakta hu.meri aayi 38he.pl replay

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