शिरः शूलादिवज्र रस, को सभी प्रकार के सिर दर्द में लाभप्रद माना गया है। दिमाग की कमजोरी के कारण होने वाले सिर दर्द में इसके सेवन से लाभ होता है। इसके लिए, इस दवा को बादाम और मिश्री और दूध के साथ लिया जाता है। यह दिमाग को ताकत देता है।
शिरः शूलादिवज्र रस, आयुर्वेद की रस औषधि है। इसके सेवन से वात, पित्त या कफ के कारण होने वाले सिर दर्द नष्ट होते हैं। शिरःशूलादिवज्र रस, में गुग्गुलु, दशमूल होने से सूजन को दूर करने के गुण हैं। यह वात तथा रक्त वाहिनी नाड़ियों पर विशेष रूप से काम करता है और वात-विकार को नष्ट करता है। शिरः शूलादिवज्र रस, को सभी प्रकार के सिर दर्द में लाभप्रद माना गया है। दिमाग की कमजोरी के कारण होने वाले सिर दर्द में इसके सेवन से लाभ होता है। इसके लिए, इस दवा को बादाम और मिश्री और दूध के साथ लिया जाता है। यह दिमाग को ताकत देता है।
Shir Shuladi Vajra Ras is an Ayurvedic medicine containing purified mercury, purified Sulphur, Lauha Bhasma, Tamra Bhasma, Shuddha Guggulu, Triphala, kuth, Gokhru, Vidang and Dashamula. It is indicated in treatment of headache.
Here is given more about this medicine, such as indication/therapeutic uses, Key Ingredients and dosage in Hindi language.
शिरः शूलादिवज्र रस के घटक | Ingredients of Shir Shuladi Vajra Ras in Hindi
- रस Rasa (Shuddha parada) 48 g
- गंधक Gandhak Shuddha 48 g
- लोहा Lauha (bhasma) 48 g
- ताम्र Ravi (Tamra Bhasma) 48 g
- गुग्गुलु Guggulu Shuddha (Exd.) 192 g
- त्रिफला Triphala raja (Churna) 96 g
- कुष्ट Kushtha (Rt.) 12 g
- मुलेठी Madhu (Yashti) (Rt.) 12 g
- पिप्पली Kana (Pippali) (Fr.) 12 g
- सोंठ Shunthi (Rz.) 12 g
- गोखरू Gokshura (Fr.) 12 g
- विडंग Kriminashana (Vidanga) (Fr.) 12 g
- बेल Bilva (Rt.) 12 g
- अग्निमंथ Agnimantha (Rt.) 12 g
- श्योनाक Shyonaka (Rt.) 12 g
- गंभारी Gambhari (Rt.) 12 g
- पटल Patala (Rt.) 12 g
- शालपर्णी Shalaparni (Rt.) 12 g
- पृश्नीपर्णी Prishniparni (Rt.) 12 g
- बृहती Brihati (Rt.) 12 g
- कंटकारी Kantakari (Rt.) 12 g
- गोखरू Gokshura (Rt.) 12 g
- दशमूल काढ़ा Dashamula kvatha Q. S. for bhavana
- गाय का घी Ghrita (Goghrita) Q. S. for bhavana
शिरः शूलादिवज्र रस के फायदे | Benefits of Shir Shuladi Vajra Ras in Hindi
- यह दवाई सिर दर्द के इलाज में प्रयोग की जाती है।
- यह वातशामक, बल्य और टॉनिक है।
- यह दिमाग को ताकत देता है।
- यह हर प्रकार के सिर दर्द में लाभकारी है।
- यह सूजन और वात-विकार को नष्ट करती है।
- माइग्रेन/आधाशीशी जिसमें आधे सर में दर्द रहता है, उसमें गोदंती भस्म के साथ इसका सेवन कुछ समय तक करने से रोग ठीक हो जाता है।
शिरः शूलादिवज्र रस के चिकित्सीय उपयोग | Uses of Shir Shuladi Vajra Ras in Hindi
- धूप के कारण सिर में दर्द
- शरीर में अधिक वात, पित्त या कफ के कारण सिर-दर्द
- दिमाग की कमजोरी के कारण सिर-दर्द
- अधिक काम के कारण सिर-दर्द
- जुखाम खांसी, माथे में कफ के कारण सिरमें दर्द
- माइग्रेन/आधाशीशी
सेवन विधि और मात्रा | Dosage of Shir Shuladi Vajra Ras in Hindi
- 1-2 गोली, दिन में दो बार, सुबह और शाम लें।
- इसे गाय या बकरी के दूध/शहद/गोदंती हरिताल भस्म + मिश्री या पानी के साथ लें।
- इसे भोजन करने के बाद लें।
- या डॉक्टर द्वारा निर्देशित रूप में लें।
इस दवा को ऑनलाइन या आयुर्वेदिक स्टोर से ख़रीदा जा सकता है।
Ayurvedic medicines containing detoxified, toxic material/ poisonous substances, heavy metals should be taken only under medical supervision.
You can buy this medicine online or from medical stores.
This medicine is manufactured by Baidyanath (Sirah Suladi Vajra Rasa), Dabur (Shirashuladi Vajra Ras), Sandu, Shri Dhootapapeshwar Limited (Shirahshooladri Vajra Rasa) and many other Ayurvedic pharmacies.