श्रीगोपाल तैल के फायदे, नुकसान, उपयोग विधि और प्राइस

Sri Gopal Taila is a classical herbal Ayurvedic medicinal oil. It is used externally in weakness of nerves, Nervous Diseases, Loss of Libido, Sexual Weakness and Impotency. It is a nervine tonic. Massaging with this oil cures weakness of body and mind.

श्रीगोपाल तैल एक आयुर्वेदिक हर्बल तेल है जिसे भैषज्य रत्नावली से लिया गया है। यह तेल मालिश के लिए है तथा बाहरी रूप से प्रयोग किया जाता है। इसकी मालिश से नसों की कमजोरी, प्रमेह रोगों, सिर के दर, मस्तिष्क कमजोरी में लाभ होता है। इसे पुरुषों की यौन कमजोरी में भी बाहरी रूप से लिंग पर लगाया जाता है ।

Sri Gopal Taila is a classical herbal Ayurvedic medicinal oil. It is used externally in weakness of nerves, Nervous Diseases, Loss of Libido, Sexual Weakness and Impotency. It is a nervine tonic. Massaging with this oil cures weakness of body and mind.

Since it cures nerves weakness, it is useful in loss of libido and erectile dysfunction (ED). It gives sexual stamina and strength. Its few drops are rubbed on the male genital organs and pubic area at least on hour before sexual intercourse.

Here is given more about this medicine, such as indication/therapeutic uses, Key Ingredients and how to use in Hindi language.

श्रीगोपाल तैल के घटक | Ingredients of Sri Gopal Taila (Oil) in Hindi

शतावरी रस, पेठा रस, आंवला रस, अश्वगंधा, जिंतिमुल, खरैती जड़, बेल छाल, अरलू छाल, खम्भारी, पढ़ल, अरणि, कटेली, मुर्वा मूल, केवड़ा, परिभंद्र, चोरपुष्पि पद्मक, अगर, नगरमोथ, शिला रस, सुगन्धि वरो, हरदे, बहेड़ा, जीवक, काकोली, क्षीरककोली, मेदा, महा मेदा, मुद्गापर्णी, माषपर्णी, जीवन्ति, मुलेठी, सुंठी, पिपर, केसर, दाल चीनी, जटामांसी, खस, देवदार, अनार, धनिया, छोटी इलायची।

श्रीगोपाल तैल के फायदे | Benefits of Sri Gopal Taila (Oil) in Hindi

  1. यह नसों की ताकत बढ़ाने के लिये अच्छा तेल है।
  2. इसकी मालिश से वात-पित्त-कफ के कारण होने वाले विकारों में लाभ होता है।
  3. सिर की इससे मालिश से सिर का दर्द दूर होता है और बद्धि तेज़ होती है।
  4. यह गर्भाशय को ताकत देता है।
  5. यह लिंग की मालिश में उपयोगी है।
  6. यह कामोद्दीपक है, तथा यौन कमजोरी को दूर करता है।
  7. यह कामेच्छा की कमी, कमजोरी और सामान्य दुर्बलता को दूर करता है है।
  8. यह वीर्य को बढ़ाता है और नपुंसकता को दूर करता है।

श्रीगोपाल तैल के चिकित्सीय उपयोग | Uses of Sri Gopal Taila (Oil) in Hindi

  1. तंत्रिका संबंधी विकार, यौन दुर्बलता
  2. नपुंसकता Premature Ejaculation, लिंग की कमजोरी, शिथिलता Unsatisfactory Erection or Sexual Deficiency
  3. इरेक्टाइल डिसफंक्शन
  4. यौन कमजोरी Sexual Weakness
  5. पीठ दर्द, कमर दर्द
  6. सिरदर्द, गर्दन में दर्द
  7. घुटने-जोड़ों का दर्द

श्रीगोपाल तैल की प्रयोग की विधि

  1. यह तेल केवल बाह्य प्रयोग के लिए है।
  2. ज़रूरत के अनुसार, कुछ बूंदो को हाथ में लेकर प्रभावित स्थान पर इसे हल्की मालिश के साथ लागायें। सिर के दर्द में, माथे पर २-३ बूंदे लगाकर मालिश करें। लिंग की मालिश के लिए, यौन संबंध होने से एक घंटे पहले, तेल की 3 से 4 बूँदें लिंग त्वचा पर लगाकर हल्के से मालिश करें।
  3. यह बाहरी उपयोग के लिए ही है।
  4. इसका कोई साइड इफेक्ट नहीं है।
  5. इस तेल का प्रयोग ठीक से त्वचा पर करें।
  6. लिंग के संवेदनशील हिस्से (टिप) पर इसे न लगायें।

इस दवा को ऑनलाइन या आयुर्वेदिक स्टोर से ख़रीदा जा सकता है।

You can buy this medicine online or from medical stores.

This medicine is manufactured by Baidyanath (Shri Gopal Tail), Dabur (Shrigopal Tail), Unjha Ayurvedic Pharmacy (Shri Gopal Tail), and many other Ayurvedic pharmacies.

23 thoughts on “श्रीगोपाल तैल के फायदे, नुकसान, उपयोग विधि और प्राइस

  1. ऑयल की मालिश करने के बाद लिंग को धोना चाहिए या नहीं

  2. Mam mai ek br krta ho fir nikal jta h uske bad jldi tnao hi nhi ata h ..is tail ko istmal kr skta ho isse koi dikkat to nhi h

    • Mam mai ek br krta ho fir nikal jta h uske bad jldi tnao hi nhi ata h ..is tail ko istmal kr skta ho isse koi dikkat to nhi h

  3. Mem my ling bahut chota hai aur 1 se 2 min me nikal jata hai aur but aap ye bataye ki ye ling ko kitne day me lamba kar dega ya kuch aur isse bhi better ho to wo bataye mem please

  4. ऐक घटे बाद ऑरत लिंग को मुह मे ले सकती है क्या

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