शुक्र वल्लभ रस के फायदे, नुकसान, उपयोग विधि और प्राइस

शुक्र वल्लभ रस या शक्रवल्लभ रस, आयुर्वेद की एक रस औषधि है, जिसे शुद्ध पारद, शुद्ध गंधक, भस्में और भांग के बीजों से बनाया गया है। इसमें भांग के रस की भावना दी गई है। यह दवा मुख्य रूप से पुरुष रोग की चिकित्सा में इस्तेमाल करते हैं। यह वीर्य विकार को ठीक करती है। क्योंकि यह आयुर्वेद की क्लासिकल दवा है इसलिए यह बहुत सी आयुर्वेदिक फार्मेसियों दवा निर्मित की जाती है।

शुक्र वल्लभ रस को लिबिडो को बढ़ाने, शीघ्रपतन, नामर्दी, इरेक्शन नहीं होने, आदि में दिया जाता है। यह दवा वात को संतुलित करती है।

यह एक आयुर्वेदिक रस-औषधि है जिसमें रस, पारा है। पारे को ही आयुर्वेद में रस या पारद कहा जाता है और बहुत सी दवाओं के निर्माण में प्रयोग किया जाता है। रस औषधियां शरीर पर शीघ्र प्रभाव डालती हैं। इन्हें डॉक्टर की देख-रेख में ही लेना सही रहता है। रस औषधियों के निर्माण में शुद्ध पारे और शुद्ध गंधक को मिलाकर पहले कज्जली बनायी जाती है जो की काले रंग की होती है। रासायनिक रूप से कज्जली, ब्लैक सल्फाइड ऑफ़ मरक्युरी है। कज्जली को रसायन माना गया है जो की त्रिदोष को संतुलित करती है। यदि इसे अन्य उपयुक्त घटकों के साथ मिलाकर दवा बनाई जाती है तो यह लगभग हर रोग को दूर कर सकती है। कज्जली वाजीकारक, रसायन, योगवाही है।

इसमें विजया या भांग हैं। भाग का लैटिन नाम कैनाबिस सतिवा है। इंग्लिश में इसे इंडियन हेम्प कहते हैं। भांग एक नारकोटिक है। यह नशा करती है और मूड पर असर डालती है। यह सेंसेस को धीमा करती है और नींद लाती है। कम मात्रा में दवा की तरह इसका सेवन दर्द निवारक और निद्रा लाने वाला है। दैनिक इसका सेवन करने से व्यक्ति इसका आदी, नशेड़ी हो जाता है। अधिक मात्रा में भांग का सेवन शरीर को कमजोर करता है, नपुंसकता लाता है और मस्तिष्क ठीक से काम नहीं करता। भांग कुछ समय तक तो किसी पुरुष में सेक्स उत्तेजना ला सकता है, मन का उत्तेजित कर सकता है, लेकिन लम्बे समय तक यह सेक्स लाइफ को नष्ट कर देता है।

इस दवा के अच्छे प्रभाव और कई खतरनाक दुष्प्रभाव भी है। इसलिए यह बहुत ही आवश्यक है की दवा के बारे में विस्तार से जाना जाए। इसके सेवन से आपके शरीर पर किस तरह का प्रभाव पड़ेगा और कैसे यह स्वास्थ्य को प्रभावित करेगी, यह सभी जानकारी दवा को प्रयोग करने से पहले ही भली-भांति जान लेना चाहिए। यदि दवा ऐसी हो की जिसे प्रयोग करने से शरीर पर अच्छे परिणाम कम और दुष्प्रभाव अधिक हों, तो ऐसी दवा को न लेने में ही भलाई है।

दवा के बारे में इस पेज पर जो जानकारी दी गई है वह इसमें प्रयुक्त जड़ी-बूटियों के आधार पर है। हम इस प्रोडक्ट को एंडोर्स नहीं कर रहे। यह दवा का प्रचार नहीं है। हमारा यह भी दावा नहीं है कि यह आपके रोग को एकदम ठीक कर देगी। यह आपके लिए फायदेमंद हो भी सकती हैं और नहीं भी। इस पेज पर जो जानकारी दी गई है उसका उद्देश्य इस दवा के बारे में बताना है। कृपया इसका प्रयोग स्वयं उपचार करने के लिए न करें। हमारा उद्देश्य दवा के लेबल के अनुसार आपको जानकारी देना है।

Shukra Vallabh Ras is Mercurial Ayurvedic Formulation. It is indicated in treatment of male sexual weakness. Here is given more about this medicine, such as indication/therapeutic uses, Key Ingredients and dosage in Hindi language.

  • दवा का नाम: Shakravallabha Ras, Shukra Vallabh Rasa
  • उपलब्धता: यह ऑनलाइन और दुकानों में उपलब्ध है।
  • दवाई का प्रकार: पारे वाली आयुर्वेदिक दवा
  • मुख्य उपयोग: वाजीकरण, वीर्य विकार
  • मुख्य गुण: कमजोरी दूर करना
  • गर्भावस्था में प्रयोग: नहीं करते हैं।

शुक्र वल्लभ रस के घटक | Ingredients of Shukra Vallabh Ras in Hindi

  • शुद्ध पारद 3 ग्राम
  • शुद्ध गंधक 3 ग्राम
  • लौह भस्म 3 ग्राम
  • अभ्रक भस्म 3 ग्राम
  • चांदी भस्म 3 ग्राम
  • स्वर्ण भस्म 3 ग्राम
  • स्वर्ण माक्षिक भस्म 3 ग्राम
  • वंशलोचन 10 ग्राम
  • भांग के बीज 40 ग्राम

सबसे पहले पारा – गंधक की कज्जली बनाते हैं। फिर इसमें अन्य जड़ी-बूटियों का कपड़छन चूर्ण मिलाते हैं। सब को भांग के रस में खरल करके 2-2 रत्ती की लोइयां बना कर छाया में सुखाते हैं। इसमें अश्वगंधा का इस्तेमाल भांग के बीजों से निकले तेल को अवशोषित करने के लिए होता है।

शुक्र वल्लभ रस के लाभ फायदे | Benefits of Shukra Vallabh Ras in Hindi

  • यह रसायन है।
  • यह सारे वीर्य विकार के रोगों में लाभप्रद है।
  • पेनिस में कमजोरी, शिथिलता, में इसका इस्तेमाल लाभ करता है।
  • यह शरीर के बल को बढ़ाने वाली औषध है।
  • यह शीघ्रपतन, नामर्दी, नपुंसकता, वीर्य की कमी में ली जा सकती है।
  • इसके सेवन लिबिडो बढ़ता है।
  • यह स्तम्भन में सहायक है।
  • यह नाड़ियों को ताकत देता है।
  • यह शीघ्रपतन में लाभदायक है।
  • यह रस यौन प्रदर्शन को सुधारने में सहायक है।

शुक्र वल्लभ रस के आयुर्वेदिक गुण

  • बाजीकरण: द्रव्य जो रति शक्ति में वृद्धि करे।
  • रसायन: द्रव्य जो शरीर की बीमारियों से रक्षा करे और वृद्धवस्था को दूर रखे।
  • शुक्रल: द्रव्य जो शुक्र की वृद्धि करे।

शुक्र वल्लभ रस के चिकित्सीय उपयोग | Uses of Shukra Vallabh Ras in Hindi

  • कामेच्छा की कमी
  • नपुंसकता Impotency
  • पुरुषों में यौन स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए
  • यौन कमजोरी के लिए sexual disorders of male
  • यौन दुर्बलता
  • यौन विकार
  • लिबिडो कम होना Low Libido
  • वाजीकरण improving Sexual Desire
  • शारीरिक कमजोरी, स्ट्रेस
  • शीघ्रपतन, समयपूर्व स्खलन Premature ejaculation
  • सामान्य दुर्बलता General debility
  • स्तम्भन दोष Erectile Dysfunction
  • स्वप्नदोष Nocturnal Emission (Night Fall)

शुक्र वल्लभ रस की सेवन विधि और मात्रा | Dosage of Shukra Vallabh Ras in Hindi

  • 1-2 / 125 mg -250 mg गोली, दिन में दो बार, सुबह और शाम लें।
  • इसे शहद व मिश्री मिले दूध, के साथ लें।
  • इसे भोजन करने के बाद लें।
  • या डॉक्टर द्वारा निर्देशित रूप में लें।

सावधनियाँ Cautions

  • यह दवा लम्बे समय तक लेने के लिए नहीं है।
  • इस दवा को डॉक्टर की देख-रेख में ही लें।
  • इसे बच्चों की पहुँच से दूर रखें।
  • इसे ज्यादा मात्रा में न लें।
  • यह हमेशा ध्यान रखें की जिन दवाओं में पारद, गंधक, खनिज आदि होते हैं, उन दवाओं का सेवन लम्बे समय तक नहीं किया जाता। इसके अतिरिक्त इन्हें डॉक्टर के देख-रेख में बताई गई मात्रा और उपचार की अवधि तक ही लेना चाहिए।

शुक्र वल्लभ रस के साइड-इफेक्ट्स | Side effects of Shukra Vallabh Ras in Hindi

  • अधिक मात्रा में इसे कंपकंपी, चक्कर आना आदि हो सकता है।
  • इससे कुछ लोगों में पेट में जलन हो सकती है।
  • यह मस्तिष्क समेत कई अंगों पर असर डाल सकती है।
  • अधिक समय तक सेवन करने के कई नुकसान हो सकते है।
  • भांग अथवा अफीम युक्त दवाएं कुछ दिन तक तो शायद अच्छे परिणाम दें। लेकिन बाद में यह रोग को और अधिक जटिल बना देती है और साथ ही मनुष्य के पूरे स्वास्थ्य को ही नष्ट कर सकती हैं।

कब प्रयोग न करें Contraindications

  • इसे गर्भावस्था और स्तनपान के दौरान न लें।
  • इसे बताई मात्रा से अधिकता में न लें।
  • यदि दवा से किसी भी तरह का एलर्जिक रिएक्शन हों तो इसका इस्तेमाल नहीं करें।

उपलब्धता

  • इस दवा को ऑनलाइन या आयुर्वेदिक स्टोर से ख़रीदा जा सकता है।
  • बैद्यनाथ Baidyanath Shukra Vallabh Ras प्राइस 500 mg (5 Tab) की कीमत Rs। 220।00 है।
  • उंझा Unjha Shakravallabh Ras with Gold
  • तथा अन्य बहुत सी फर्मसियाँ।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

*