स्मृति सागर रस Smriti Sagar Ras in Hindi, एक क्लासिकल आयुर्वेदिक दवा है। इसे मिर्गी, याददाश्त की कमी, न्यूरोपैथी और तंत्रिका संबंधी रोगों के उपचार में उपयोग किया जाता है। इसका मुख्य संकेत लोस ऑफ़ मेमोरी और दिमागी कमजोरी है। पागलपन, हिस्टेरिया, झटके लगना, पैरालिसिस, लकवा, आदि जैस गंभीर दिमागी रोगों में यह लाभकारी है।
स्मृति सागर रस को प्रिस्क्रिप्शन ड्रग समझा जा सकता है जिसे केवल डॉक्टर की एडवाइस पर लेना चाहिए। डॉक्टर के द्वारा निर्देशित समय और मात्रा में इसे लेने से ही सही फायदा लिया जा सकता है।
- संदर्भ: योगरत्नकर अपस्मार चिकित्सा
- दवा का नाम: स्मृति सागर रस Smriti Sagar Rasa
- उपलब्धता: यह ऑनलाइन और दुकानों में उपलब्ध है।
- दवाई का प्रकार: शुद्ध पारद-शुद्ध गंधक-आर्सेनिक युक्त दवा
- मुख्य उपयोग: मिर्गी, दिमाग के गंभीर रोग
- मुख्य गुण: दिमाग पर काम करना
- दोष इफ़ेक्ट: वात-पित्त और कफ को संतुलित करना
- गर्भावस्था में प्रयोग: नहीं करें
स्मृति सागर रस के घटक | Ingredients of Smriti Sagar Ras in Hindi
- शुद्ध पारद Shuddha Parada 1 Part
- शुद्ध गंधक Shuddha Gandhaka 1 Part
- शुद्ध हरताल Shuddha Haratala Purified Orpiment (Arsenis tri sulphide) 1 Part
- मनशिला Manashila Purified Realgar Arsenic Di Sulphide 1 Part
- ताम्र भस्म Tamra Bhasma Bhasma (calx) of Copper 1 Part
भावना द्रव
- वच Vacha Sweet flag (rhizome) Acorus calamus
- ब्राह्मी Brahmi Thyme Leaved Gratiola (whole plant) Bacopa monnieri
- ज्योतिष्मती Jyotishmati Celastrus paniculata
स्मृति सागर रस के फायदे | Benefits of Smriti Sagar Ras in Hindi
- यह एपिलेप्सी और दिमागी रोगों में फायदेमंद है।
- इसे खाने से याददाश्त ठीक होती है।
- यह नर्वस सिस्टम की कमजोरी में फायदा करती है।
- यह सेडेटिव है।
- यह अवसाद की कम करती है।
स्मृति सागर रस के चिकित्सीय उपयोग | Uses of Smriti Sagar Ras in Hindi
स्मृति सागर रस को गंभ्हिर दिमागी रोगों में दिया जाता है। इसे साधारण रोगों में, जिसके लिए अन्य ब्रेन टॉनिक मौजूद हैं जो ज्यादा सेफ हैं, नहीं लेते। यह आयुर्वेदिक विधि से बनाए हुए मरकरी, सल्फर, आर्सेनिक, ताम्बे का पोटेंट संयोजन है। इसलिए इसे साधारण दवा की तरह नहीं लेना चाहिए।
- झटके लगना sudden spasm
- तंत्रिका तंत्र में कमजोरी weakness in the nervous system
- दर्द मतली, उल्टी pain nausea, vomiting
- पक्षाघात paralysis
- पागलपन schizophrenia
- स्मृति की अचानक हानि sudden loss of memory
- हिस्टीरिया hysteria
स्मृति सागर रस की सेवन विधि और मात्रा | Dosage of Smriti Sagar Ras in Hindi
- इसमें आर्सेनिक है, इसलिए इसकी डोज़ पर विशेष ध्यान देने की ज़रूरत है।
- किसी अच्छी और पुरानी आयुर्वेदिक फार्मेसी द्वारा बनाई गई दवा ही खरीदे जो सालों से इसे बना रही है।
- दवा की मात्रा है 60–120 mg, दिन में दो बार, सुबह और शाम लें।
- इसे घी अथवा ब्राह्मी घी के साथ लें।
- इसे भोजन करने के बाद लें।
- या डॉक्टर द्वारा निर्देशित रूप में लें।
स्मृति सागर रस के इस्तेमाल में सावधनियाँ | Cautions in Hindi
- इसमें आर्सेनिक का यौगिक है। इसलिए दवा की डोज़ ज्यादा नहीं लें।
- इसका इस्तेमाल चिकित्सक की सलाह के आधार पर करना चाहिए।
- पारद, आर्सेनिक आदि होने से इसे लम्बे समय तक नहीं करें।
स्मृति सागर रस के साइड-इफेक्ट्स | Side effects of Smriti Sagar Ras in Hindi
निर्धारित खुराक में लेने से दवा का कोई दुष्प्रभाव ज्ञात नहीं है।
स्मृति सागर रस को कब प्रयोग न करें | Contraindications in Hindi
- इसे गर्भावस्था और स्तनपान के दौरान न लें।
- समस्या अधिक है, तो डॉक्टर की राय प्राप्तकर सही उपचार कराएं जिससे रोग बिगड़े नहीं।
भंडारण निर्देश
- सूखी जगह में स्टोर करें।
- इसे बच्चों की पहुँच से दूर रखें।
Smritisagar Ras (Classical medicine) is Herbomineral Ayurvedic medicine। It is indicated in treatment of epilepsy and neurological diseases। It is indicated in weakness in the nervous system (sedative, tranquilizer, antidepressant) and for paralysis, hysteria, sudden spasm, sudden loss of memory, pain nausea, vomiting. Here is given more about this medicine, such as indication/therapeutic uses, Key Ingredients and dosage in Hindi language.
मुझे 3माह, 6माह में मिर्गी का दौरा होता हैं मुझे इस बीमारी को जड़ से खत्म करना हैं ये बीमारी खत्म हो सकता हैं की नहीं