कुडोस वी 1 टेबलेट्स के फायदे, नुकसान, उपयोग विधि और प्राइस

वी 1 टेबलेट्स V1 Tablets in Hindi कुडोस लैबोरेटरीज इंडिया द्वारा निर्मित है। यह आयुर्वेदिक दवा सेंट्रल कौंसिल फॉर रिसर्च इन आयुर्वेदिक साइंसेज (CCRAS) द्वारा फोर्मुलेटेड है।  इस औषध के सभी घटक हर्बल होने से यह लम्बे समय तक लेने के लिए सुरक्षित है।

दवा के बारे में इस पेज पर जो जानकारी दी गई है वह इसमें प्रयुक्त जड़ी-बूटियों के आधार पर है। हम इस प्रोडक्ट को एंडोर्स नहीं कर रहे। यह दवा का प्रचार नहीं है। हमारा यह भी दावा नहीं है कि यह आपके रोग को एकदम ठीक कर देगी। यह आपके लिए फायदेमंद हो भी सकती हैं और नहीं भी। दवा के फोर्मुलेशन के आधार और यह मानते हुए की इसमें यह सभी द्रव्य उत्तम क्वालिटी के हैं, इसके लाभ बताये गए हैं। मार्किट में इसी तरह के फोर्मुले की अन्य फार्मसियों द्वारा निर्मित दवाएं उपलब्ध हैं। इस पेज पर जो जानकारी दी गई है उसका उद्देश्य इस दवा के बारे में बताना है। कृपया इसका प्रयोग स्वयं उपचार करने के लिए न करें। हमारा उद्देश्य दवा के लेबल के अनुसार आपको जानकारी देना है।

V1 Tablets (Kudos) is Herbal Ayurvedic medicine. It is indicated management of Arthritis, inflammation or any associated problems of arthritis. it has anti-arthritic formulation which can give improvement in pain and stiffness due to arthritis and joint problems. Here is given more about this medicine, such as indication/therapeutic uses, Key Ingredients and dosage in Hindi language.

  • दवा का नाम: वी 1 टेबलेट्स V1 Tablets
  • निर्माता: KUDOS LABORATORIES INDIA
  • उपलब्धता: यह ऑनलाइन और दुकानों में उपलब्ध है।
  • दवाई का प्रकार: हर्बल
  • मुख्य उपयोग: वात व्याधियाँ
  • मुख्य गुण: जोड़ों के दर्द और सूजन को कम करना
  • दोष इफ़ेक्ट: वात और कफ कम करना
  • गर्भावस्था में प्रयोग: नहीं करें
  • मूल्य MRP: Kudos V1 Tablets – 60 tab @ Rs. 300

वी 1 टेबलेट्स के घटक | Ingredients of V1 Tablets in Hindi

Each 700 mg tablet contains:

  • सोंठ Shunthi 335 mg
  • गुग्गुलु Shuddha Guggulu 335 mg
  • Excipients QS

जानिए घटक द्रव्यों को

शुण्ठी या सोंठ

  • अदरक के ताज़े कन्द आद्रकम और सूखे रूप को आयुर्वेद में शुण्ठी या सोंठ कहते हैं। जनवरी-फरवरी के महीने में अदरक को खोद कर जमीन में से निकलते हैं। फिर इन्हें पानी में रात भर भिगोते हैं। इसकी फिर परत उतार कर सुखा लेते हैं।
  • शुण्ठी पाचन और श्वास अंगों पर विशेष प्रभाव दिखाता है। इसमें दर्द निवारक गुण हैं। यह स्वाद में कटु और विपाक में मधुर है। यह स्वभाव से गर्म है।
  • रस (taste on tongue): कटु
  • गुण (Pharmacological Action): लघु, स्निग्ध
  • वीर्य (Potency): उष्ण
  • विपाक (transformed state after digestion): मधुर
  • कर्म: दीपन, पाचन, हृदय, मेध्य, सर्वदोषप्रसामना, रसायन, अनुलोमना
  • दोष: वात और कफ को कम करना और पित्त को बढ़ाना

सोंठ में एंटी-एलर्जी, वमनरोधी, सूजन दूर करने के, एंटीऑक्सिडेंट, एन्टीप्लेटलेट, ज्वरनाशक, एंटीसेप्टिक, कासरोधक, हृदय, पाचन, और ब्लड शुगर को कम करने गुण हैं। यह खुशबूदार, उत्तेजक, भूख बढ़ाने वाला और टॉनिक है। सोंठ का प्रयोग उलटी, मिचली को दूर करता है।

शुण्ठी पाचन और श्वास अंगों पर विशेष प्रभाव दिखाता है। इसमें दर्द निवारक गुण हैं। शुण्ठी काशुद्ध गुग्गुलु के साथ सेवन वात या वायु और कफ को कम करता है।

गुग्गुल

गुग्गुल एक पेड़ से प्राप्त गोंद है। यह मुख्य रूप से शरीर से किसी भी प्रकार की सूजन को दूर करने के लिए प्रयोग किया जाता है। आयुर्वेद में यह आर्थराइटिस, गाउट, रुमेटिस्म, लम्बागो, तथा सूजन को दूर करने में प्रयोग की जाने वाली प्रमुख औषध है। यह मेदोहर antiobesity है। गुग्गुलु किसी भी वज़न कम करने की दवा का प्रमुख घटक है। यह शरीर से वसा को कम करती है। यह शरीर में कोलेस्ट्रोल के संश्लेषण को कम करती है। यह सीरम ट्राइग्लिसराइड, बुरे कोलेस्ट्रोल, और मेद को कम करती है।यह मेटाबोलिज्म में सुधार करती है और अतिरिक्त वज़न को कम करने में सहायक है।

गुग्गुल को सदियों से आयुर्वेद में विभिन्न बिमारियों के उपचार में इस्तेमाल किया जा रहा है। जिसमें प्रमुख है जोड़ों का दर्द, गठिया, मोटापे में एक वजन कम करने के लिए और रक्त वाहिकाओं के सख्त होना आदि। गुग्गुलु में शांतिदायक demulcent, मल को ढीला करनेवाले aperient, रक्त को साफ़ करनेवाले purifier of blood, वसा कम करनेवाले, सूजन घटाने के और कोलेस्ट्रॉल कम करने के गुण होते है।

कुडोस वी 1 टेबलेट्स के प्रधान कर्म

  • कफहर: द्रव्य जो कफ को कम करे।
  • छेदन: द्रव्य जो श्वास नलिका, फुफ्फुस, कंठ से लगे मलको बलपूर्वक निकाल दे।
  • दीपन: द्रव्य जो जठराग्नि तो बढ़ाये लेकिन आम को न पचाए।
  • पित्तकर: द्रव्य जो पित्त को बढ़ाये।
  • रसायन: द्रव्य जो शरीर की बीमारियों से रक्षा करे और वृद्धवस्था को दूर रखे।
  • वातहर: द्रव्य जो वातदोष निवारक हो।
  • वाताघ्न: द्रव्य जो वात को कम करे।
  • शोथहर: द्रव्य जो शोथ / शरीर में सूजन, को दूर करे। antihydropic
  • श्लेष्महर: द्रव्य जो चिपचिपे पदार्थ, कफ को दूर करे।

वी 1 टेबलेट्स के फायदे | Benefits of V1 Tablets in Hindi

  • इसके सेवन से जोड़ों के दर्द, सूजन, जकड़न, तथा अन्य लक्षणों में सुधार होता है।
  • वात कम करने के कारण इसे आमवात, पुराना गठिया, गैस, सायटिका, वातव्याधियों में प्रयोग किया जाता है।
  • यह आमदोष को कम करती है।
  • यह एंटीऑक्सीडेंट है।
  • यह पित्त वर्धक है।
  • यह रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाती है।
  • यह वात-कफ को कम करती है।
  • यह हर्बल आयुर्वेदिक दवाई है।

कुडोस वी 1 टेबलेट्स के चिकित्सीय उपयोग | Uses of V1 Tablets in Hindi

  • आम वात गठिया Rheumatoid Arthritis(Amavata)
  • ओस्टोआर्थराइटिस Osteoarthritis
  • घुटनों का दर्द Knee Pain
  • जोड़ों का दर्द Joint Pain
  • जोड़ों के डिसऑर्डर Joint Disorder
  • वात रोग Vata Vyadhi

वी 1 टेबलेट्स की सेवन विधि और मात्रा | Dosage of V1 Tablets in Hindi

  • 3 गोली, दिन में 3 बार, सुबह, दोपहर और शाम लें।
  • इसे गर्म पानी के साथ लें।
  • इसे भोजन करने के बाद लें।
  • या डॉक्टर द्वारा निर्देशित रूप में लें।

कुडोस वी 1 टेबलेट्स के इस्तेमाल में सावधनियाँ | Cautions in Hindi

  • इस दवा को डॉक्टर की देख-रेख में ही लें।
  • इसे ज्यादा मात्रा में न लें।
  • यह पित्त को बढ़ाता है। इसलिए पित्त प्रकृति के लोग इसका सेवन सावधानी से करें।
  • गुग्गुलु के सेवन के समय खट्टे – तीक्ष्ण पदार्थों और अल्कोहल का सेवन न करें।
  • गुग्गुल को किडनी के रोगों, गर्भाशय से अधिक ब्लीडिंग, गर्भावस्था और स्तनपान के दौरान नहीं लिया जाना चाहिए।
  • एंटीप्लेटलेट दवाओं और उच्च रक्त्चाप की दवाओं के साथ गुग्गुल की दवाओं को लेते समय विशेष सावधानी रखें। यह उच्च रक्तचाप की दवाओं के प्रभाव को कम और एंटीप्लेटलेट दवाओं के असर को बढ़ा सकता है।

वी 1 टेबलेट्स के साइड-इफेक्ट्स | Side effects in Hindi

  • निर्धारित खुराक में लेने से दवा का कोई दुष्प्रभाव नहीं है।
  • इससे कुछ लोगों में पेट में जलन हो सकती है।

वी 1 टेबलेट्स को कब प्रयोग न करें | Contraindications in Hindi

  • इसे गर्भावस्था और स्तनपान के दौरान न लें।
  • आयुर्वेद में उष्ण चीजों का सेवन गर्भावस्था में निषेध है। इसका सेवन गर्भावस्था में न करें।
  • जिन्हें पेट में सूजन हो gastritis, वे इसका सेवन न करें।
  • शरीर में यदि पहले से पित्त बढ़ा है, रक्त बहने का विकार है bleeding disorder, हाथ-पैर में जलन है, अल्सर है, छाले हैं तो भी इसका सेवन न करें।
  • इसे बताई मात्रा से अधिकता में न लें।
  • यदि दवा से किसी भी तरह का एलर्जिक रिएक्शन हों तो इसका इस्तेमाल नहीं करें।
  • अधिक मात्रा में सेवन पेट में जलन, एसिडिटी, आदि समस्या कर सकता है।
  • डॉक्टर से परामर्श के बिना कोई आयुर्वेदिक दवाइयां नहीं लें।
  • यदि दवा से किसी भी तरह का एलर्जिक रिएक्शन हों तो इसका इस्तेमाल नहीं करें।

भंडारण निर्देश

  • सूखी जगह में स्टोर करें।
  • इसे बच्चों की पहुँच से दूर रखें।

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