यह पुरुष की इन्द्रिय को ताकत देती है, शुक्र धारण में सहयोग करती है, वीर्य को गाढ़ा करती है तथा नामर्दी, शीघ्रपतन, पेशाब के साथ शुक्र जाना, स्वप्न में स्खलन, हस्तमैथुन आदि में रोगों को नष्ट करती है। इसे आयुर्वेद में शुक्रक्षय, स्वप्नमेह, शुक्र स्खलन, नपुंसकता की सर्वोत्तम औषधि माना गया है।
बंग भस्म टिन अर्थात स्टेनम Stannum-Tin से बनती है। टिन को आयुर्वेद में दो तरह का माना गया है, हिरनखुरी या खुरक Pure tin (Kshuraka) और मिश्रक Impure tin (Mishraka meaning mixed)। हिरनखुरी बंग सफ़ेद, कोमल, स्निग्ध, जल्दी गलने वाला होता है। यह बंग भस्म बनाने के लिए उतम होता है। मिश्रक से भस्म नहीं बनाई जाती और इसे स्वास्थ्य के लिए हानिप्रद माना गया है। बंग भस्म को आयुर्वेद में बताई गई विधि के द्वारा ही बनाया जाता है। भस्म निर्माण के लिए धातुओं का उत्तम तरीके से शोधन, मर्दन और मारण किया जाता है।
वंग भस्म का मुख्य प्रभाव मूत्र अंगों और जननांगों पर होता है। इसे पुरुषों और स्त्रियों के प्रजनन अंगों सम्बंधित रोगों में प्रयोग किया जाता है। यह पुरुष की इन्द्रिय को ताकत देती है, शुक्र धारण में सहयोग करती है, वीर्य को गाढ़ा करती है तथा नामर्दी, शीघ्रपतन, पेशाब के साथ शुक्र जाना, स्वप्न में स्खलन, हस्तमैथुन आदि में रोगों को नष्ट करती है। इसे आयुर्वेद में शुक्रक्षय, स्वप्नमेह, शुक्र स्खलन, नपुंसकता की सर्वोत्तम औषधि माना गया है।
स्त्रियों में यह डिम्बकोशों को ताकत देती है, प्रदर की समस्या को ठीक करती है, और संतोपत्ति में सहायता करती है। बंग भस्म के सेवन से योनि और गर्भ से होने वाले, शरीर के किसी भी भाग से होने वाले आसामान्य स्राव रुकते हैं। इसके सेवन से शरीर में बल की वृद्धि होती है। यह वीर्य को बढ़ाती है। यह भूख को बढ़ाने वाली भस्म है। यह मूत्राशय की दुर्बलता को नष्ट करती है।
- भस्म का नाम: वांग भस्म, बंग भस्म
- वैज्ञानिक नाम: स्टेनम
- रासयनिक चिन्ह: Sn
टिन के स्थानीय नाम
- संस्कृत : Vanga, Ranga, Trapu
- अंग्रेजी : Tin Pewter-calx
- अरेबिक: Rasas, Abruz
- पर्शिया: Urziz
- हिंदी: Kathal, Ranga
- बंगाली: Banga
- गुजराती: Kalai
- मराठी: Kaloi
- तमिल: Tagaram
- तेलुगु: Vendi
बंग भस्म के आयुर्वेदिक गुण और कर्म | Ayurvedic Properties and Action of Vang Bhasma in Hindi
वंग भस्म स्वाद में कड़वी, गुण में हल्की, रूखी है। स्वभाव से यह गर्म है और कटु विपाक है।
यह तिक्त रस औषधि है। तिक्त रस, वह है जिसे जीभ पर रखने से कष्ट होता है, अच्छा नहीं लगता, कड़वा स्वाद आता है, दूसरे पदार्थ का स्वाद नहीं पता लगता, जैसे की नीम, कुटकी। यह स्वयं तो अरुचिकर है परन्तु ज्वर आदि के कारण उत्पन्न अरुचि को दूर करता है। यह कृमि, तृष्णा, विष, कुष्ठ, मूर्छा, ज्वर, उत्क्लेश / जी मिचलाना, जलन, समेत कफज रोगों का नाश करता है। यह क्लेद/सड़न, मेद, वसा, चर्बी, मल, मूत्र को सुखाता है। यह पाक में लघु, बुद्धिवर्धक, रूक्ष और गले के विकारों का शोधक है। तिक्त रस के अधिक सेवन से धातुक्षय और वातविकार होते हैं।
- रस (taste on tongue): तिक्त
- गुण (Pharmacological Action): लघु, रूक्ष
- वीर्य (Potency): उष्ण
- विपाक (transformed state after digestion): कटु
कर्म:
- शोथहर: द्रव्य जो शोथ / शरीर में सूजन, को दूर करे।
- मूत्रकृच्छघ्न: द्रव्य जो मूत्रकृच्छ strangury को दूर करे।
- कफहर: द्रव्य जो कफ को कम करे।
- पाचन: द्रव्य जो आम को पचाता हो लेकिन जठराग्नि को न बढ़ाये।
- दीपन: द्रव्य जो जठराग्नि तो बढ़ाये लेकिन आम को न पचाए
- बाजीकरण: द्रव्य जो रति शक्ति में वृद्धि करे।
- शुक्रल: द्रव्य जो शुक्र की वृद्धि करे।
- पित्तकर: द्रव्य जो पित्त को बढ़ाये।
- वाताघ्न: द्रव्य जो वात को कम करे।
- शुक्रवर्धक, बलवर्धक, वीर्यवर्धक
बंग भस्म के सेवन से होने वाले लाभ | Health Benefits of Vanga Bhasma in Hindi
- यह शरीर को पुष्ट करती है।
- यह अंगों को ताकत देती है।
- यह रूचि, पाचन, त्वचा की रंगत, बल आदि में वृद्धि करती है।
- यह रस, रक्त, ममसा, अस्थि और शुक्र धातु पर काम करती है।
- बंग को आयुर्वेद में हल्का, दस्तावर, और गर्म माना गया है।
- यह पित्तवर्धक है।
- यह कफ रोगों को नष्ट करती है।
- इसके सेवन से पेट के कृमि नष्ट होते हैं।
- यह खून की कमी अर्थात पांडू को दूर करती है।
- यह नेत्रों की ज्योति बढ़ाती है।
- यह मुख्य रूप से urinary organs, blood and lungs मूत्र – प्रजनन अंगों, रक्त और फेफड़ों सम्बंधित रोगों में लाभप्रद है।
- इसके सेवन से प्रमेह (पुराने जिद्दी पेशाब रोग, डायबिटीज आदि) दूर होते हैं।
- इसका मुख्य प्रभाव कफ दोष को कम करना है।
- यह दर्द निवारक है।
- यह गठिया में लाभकारी है।
- यह जीवाणुरोधी और रोगाणुरोधी है।
- यह सूजन को कम करने वाली द्व है।
- यह कामोद्दीपक है।
- यह पुरुषों के लिए प्रमेह, शुक्रमेह, धातुक्षीणता, वीर्यस्राव, स्वप्नदोष, शीघ्रपतन, नपुंसकता, क्षय आदि में लाभप्रद है।
- यह टेस्टिकल की सूजन को नष्ट करती है।
- यह इन्द्रिय को सख्ती देती है और वीर्य को गाढ़ा करती है।
- यह वातवाहिनी नसों, मांसपेशियों और इन्द्रिय की कमजोरी को दूर कर शुक्र के अनैच्छिक स्राव को रोकती है।
- यह स्त्रियों के लिए गर्भाशय के दोष, अधिक मासिक जाना, मासिक में दर्द, डिम्ब की कमजोरी आदि में लाभप्रद है।
- यह रक्त के दोषों को दूर करती है।
वंग भस्म निम्न रोगों में लाभप्रद है:
पुरुषों के रोग Male Disorders:
बीसों प्रकार के प्रमेह
- धातुक्षीणता
- पुरुषों का प्रमेह
- शुक्रमेह
- शीघ्रपतन
- स्वप्न दोष
- वीर्यस्राव
- किसी रोग के कारण शुक्रस्राव
- नपुंसकता
- गोनोरिया, सूजाक, उपदंश
स्त्रियों के रोग Female Disorders:
- स्त्रियों की प्रदर समस्या
- गर्भाशय के दोष
- मासिक की दिक्कतें
- संतानहीनता
पेशाब सम्बन्धी रोग Urinary Disorders:
- बहुमूत्रता
- पेशाब के साथ शुक्र जाना
अन्य रोग:
- मोटापा
- अस्थमा
- अनीमिया
- कास-श्वास, कोल्ड-कफ-खांसी
- रक्त दोष
- त्वचा दोष
बंग भस्म की औषधीय मात्रा | Medicinal Doses of Vanga Bhasma in Hindi
- इस भस्म को लने की मात्रा 1 रत्ती = 125mg से लेकर 2 रत्ती = 250mg है।
- इसे मुख्य रूप से अभ्रक भस्म और शिलाजीत के साथ अथवा गिलोय सत्त्व और शहद के साथ दिया जाता है।
- रोगानुसार वंग भस्म का अनुपान भी भिन्न हो सकता है।
प्रमेह, शुक्रजन्य बहुमूत्रता, क्षीण शुक्र, अल्पशुक्र, शुष्कशुक्र, दुर्बल शुक्र, वीर्य की कमी आदि में में वंग भस्म को निरंतर एक महीने तक शिलाजीत चार रत्ती, गुडूची सत्व चार रत्ती में मिलाकर शहद के साथ चाटना चाहिए। अथवा
प्रमेह में एक रत्ती वंग भस्म को चार रत्ती हल्दी चूर्ण और एक रत्ती अभ्रक भस्म के साथ लेना चाहिए। अथवा
प्रमेह में एक रत्ती बंग भस्म को तुलसी के रस या पेस्ट के साथ के साथ लेना चाहिए।
- अनैच्छिक वीर्यस्राव, शुक्र का पतलापन, स्वप्नदोष, शुक्र की कमजोरी, आदि में वंग भस्म का सेवन मलाई के साथ करना चाहिए।
- स्वप्नदोष में वंग भस्म को इसबगोल की भूसी के साथ लेना चाहिए। अथवा एक रत्ती वंग भस्म को एक रत्ती प्रवाल पिष्टी, और चार रत्ती कबाब चीनी के चूर्ण में शहद मिलाकर लेना चाहिए।
- हस्त मैथुन, अप्राकृतिक मैथुन की आदत में वंग भस्म को प्रवालपिष्टी और स्वर्णमाक्षिक भस्म के साथ दिया जाता है।
- वीर्यस्तम्भन के लिए, एक रत्ती बंग भस्म को आधा रत्ती कस्तूरी के साथ देना चाहिए।
- सुजाक में इसे मोती पिष्टी, रुपया भस्म, इला और वंशलोचन के साथ दिया जाता है।
- नपुंसकता में एक रत्ती बंग भस्म को अपामार्ग चूर्ण के साथ लेना चाहिए।
- शुक्र धातु के पतलेपन में बंग भस्म को मूसली चूर्ण के एक महीने तक निरंतर सेवन करना चाहिए।
- स्त्रियों की सफ़ेद पानी की समस्या, डिम्ब की निर्बलता, इनफर्टिलिटी में इसे शृंग भस्म के साथ मिलाकर दिया जाता है।
- श्वेत प्रदर में बंग भस्म को लोह भस्म, शुक्ति भस्म के साथ दिया जाता है।
- रक्तपित्त में वंग भस्म को प्रवाल पिष्टी के साथ दिया जाता है।
- मानसिक कमजोरी में वंग भस्म को ब्राह्मी अवलेह और अभ्रक भस्म के साथ लेना चाहिए।
- अग्निमांद्य में इसे दो रत्ती पिप्पली चूर्ण और शहद के साथ लेना चाहिए।
- शरीर के बल को बढ़ाने के लिए इसे दो रत्ती जायफल के चूर्ण और शहद के साथ लेना चाहिए।
- पांडू रोग में एक रत्ती वंग भस्म को दो रत्ती मंडूर भस्म, त्रिफला और शहद के साथ लेना चाहिए। अथवा इसे गो घृत में मिलाकर खाना चाहिए।
- मुख पर झाइंयां होने पर, काले दागों पर बंग भस्म को हल्दी, केसर, और दूध में मिलाकर उबटन बना कर चेहरे पर लगाते हैं।
उपलब्धता Availability
इस दवा को ऑनलाइन या आयुर्वेदिक स्टोर से ख़रीदा जा सकता है।
- बैद्यनाथ Baidyanath Vanga Bhasma Price: 5gm @ Rs. 58.00
- रसाश्रम Rasashram Bang Bhasma Price: 5gm @ Rs. 60.00 और 10gm @ 110.00
- दिव्य फार्मेसी Divya Pharmacy वंग भस्म (र.त.सा.) 5gm @ ₹25.00
- श्री धूतपापेश्वर SDL Vanga Bhasma 10 gm @ Rs 159.00
- भारत आयुर्वेदिक वर्क्स Bharat Ayurvedic Work Bang Bhasma आदि।
सावधनियाँ/ साइड-इफेक्ट्स/ कब प्रयोग न करें Cautions/Side effects/Contraindications in Hindi
- इस दवा को डॉक्टर की देख-रेख में ही लें।
- इसे बच्चों की पहुँच से दूर रखें।
- यह हमेशा ध्यान रखें की जिन आयुर्वेदिक दवाओं में पारद, गंधक, खनिज आदि होते हैं, उन दवाओं का सेवन लम्बे समय तक नहीं किया जाता। इसके अतिरिक्त इन्हें डॉक्टर के देख-रेख में बताई गई मात्रा और उपचार की अवधि तक ही लेना चाहिए।
- इसका अधिक सेवन पेट में जलन कर सकता है क्योंकि यह कुछ पित्तवर्धक है।
Madam mujhe sex karne ke baad ling me dard ho mai vang bhasam le sakta hu
Hello madam.. Bang bhasma .prwal pishti aur sawarn makshik bhasma. En tino ko kitni kitni matra me Lena hai
2-3 gram, garam doodh ke saath
Madam kya .tino bhasm ko Mila kar.3gram Lena haii..to kya tino bhasm ko brabar matra me Lena.hai.ya phir .tino bhasm ko alag alag matra me Lena ha …please madam details me bataye
मैडम ये लिंग की लंबाई भी बढ़ाने में भी सहायक है क्या। please btaiye…..और मुझे सोचने मात्रे से ही वेर्यपात हो जाता है।।
nahin
मैडम जी शादी शुदा आदमी जिनके शुक्राणु 5 मिलियन हो और वीर्य पतला हो उनके लिए क्या दवाई हैं और दवाई लेते समय क्या परहेज हैं।
शीघ्रपतन लिंग की नसों का ढीलापन और अंडकोष में बाये तरफ दर्द रहता है, बसंतकुष्मकर रस 1/2 टेबलेट,चंद्रप्रभावटी 2 टेबलेट और वांग भस्म एक चुटकी से भी कम शहद के साथ सुबह शाम खली पेट सेवन कर रहा हूं, 3 दिन बाद से सर हल्का हल्का चकराता है ,। क्या ये दवाई लेने की वजह से है?
और क्या मै सही अनुपात में दवाई ले रहा हूँ, pls बताये।
2009 se shukrameh hai kya kare
हसमैथन के कारण मेरे धातु पतला और शीघ्रपतन होगया है क्या वंग भस्म ले सकता हूँ मेरा एज 25 का है
Mera veery patla ho gaya hai aour mere veerya me sukranduo ki sankhya 48bln hai mujhe bacche paida karne ke liye kitne sukraduon ki sankhya honi chahiye veery me mujhe seeghrapatan ho jaata hai Kya davaie prayog karni chiye kitne din Tak aour kaise prayog karni chahiye please batane ka kast Karen thanks
Aap 5 gm bang bhasma 250 gm honey Mai dalkar 10 gm honey ko two times Mai Khana h or fortege tablet din Mai 2 _2 goli khani h 2 month tak
Madam mere papa ki age 78 hai mujhe aaryuvade ka course karna hai jisme vanga bhasma bhi Dena per kaise Dena hai bhul gaya hu morning m 6.30 ko kaha hai or evening m kiske sath Lena hai kitna Dena mere father ko cancer hai 2 level plz batane ka
doctor se poochiye jisane ye dawa di hai
Mam mujhe dhat girta Jai do machine se confido khaya koi fayda nahi Vang bhasm le sakta hu aur kaise lu please bataye
kya vang bhasm ki tablet ati hai madam ji
nahi, bang bhasm powderform men hi aata hai jise bahut hi kam matra men liya jata hai
medm meri age 40 year hai mare ko castrol 180 hai BP Mera bad reha hao 100/180 tak mare ko eh vang bhasm khane se thk ho jaega
nahi
मेरा उम्र33 साल है मैं बचपन से ही हस्त मैथुन करते थे मेरे दो बच्चे है अब मेरे लिंग से ताकत नही रहता है ।पत्नी के सामने शर्मिदगी महशुश होती है कोई उपाय बताइये।
Vanga bhasma Ko safed mushli , shatawar, ashwagandha, kaunch beej aur shilajeet ke sath le sakte hain kya.
मुझे 2 साल से nightfall हो रहा है
confido खा रहा हूँ
लेकिन ठीक नहीं हो रहा हूँ
बहुत पतला भी हो गया हूँ
कोई अच्छा दवाई बताये
banga bhasm sabase sahi dawa hai, lekin Nightfall koi samasya nahi hai. yah healthy logon ko hoti hai, yah shadi ke baad ya umra badhane ke saath band ho jata hai.
वंग भष्म 2 चुटकी 4 चुटकी गिलोय सत्त 2 गोली शिलॉजीतवटी (गोली को पीसकर सबको एक साथ मिलाकर )को मिश्री की चाशनी के साथ सुबह शाम लेने से ये रोग कुछ दिन में ही ठीक हो जाएगी ये समस्या
1. आमलकी रसायन -30gm
वंग भस्म-3gm
शुद शिलाजीत-4gm
शंख भस्म-5gm
All medicine mixed and divided equally 20 parts
_______________________
1×2 before food along with water for 10days
2.चन्द्रप्रभा वटी 2-2 BD after food along with water
maam vanga bhasma ko 150 mg isabgol ke saath khana chahta hu par kitne din tak khana hai. plz bata digiye
shahad ke saath kaiye, 30 din se jyada nahi
Mujhe pesab krne ke baad chip chipa Sa niklta hai ye dawa le sakte hai? Kis chij ke saath khana hai aur kaise reply me
haan
मेडम मुझे हस्थमैथुन की
आदत लग गयी थी
जिस से नस पतली हो गयी है
और टॉइलेट जाता हूँ तो
पतला धात गिरता है क्या ये
इससे ठीक हो सकता है
haan
संतान प्राप्ती के लिये मियाँ बीबी मेसे किसें लेना चाईये और किस तरः से लेना चाईये..
और इसाक असर हो सकता हे क्या…
miyan ko
Mam I’m 32 yr old, I’m just married, bt muze erection nahi ho rahA he, and excitement nahi aa rahi he plz suggest
Mam meri age 36 hai. Mera erection thik se nhi ho pata. meri sex k baad jab virya nikalte samay kafi dard hota h aur uske baad v. Aur uske baad jaldi sakht nhi hota. Aur jabardasti koshish krta hu to virya niklne k baad bahut dard hota h. Uske baad 7 ya 10 din lg jate h normal hone me. Koi upay btaye.
ji kisi urologist ko dikhaiye
Bhaiya ap subh shaam chanderprbhwati ki 1-1 goli lijiye….. 1 subh khana khane k bad.. Or ak rat ko khana khane ke bad…. Kuch din lijiye… Jln nhi hogi.. Or jyada grm chije mt khaya kre… Dhud me dhaaga wali mishri milake lijiye..
mem mere ling se pani nikalta rahta h or sighr patan ki bahut samyshya h meri shadi ho chuki h kya karu madam ji kya me bhag bhasm le sakta hu
mam mujay roj nitfall ho raha mey kya kru
plese mujay iska hal batiy
जी आप ये दावा लीजिये, केमिस्ट से पूछ लीजियेगा कैसे लेनी हैं, दावा के डब्बे पर लिखा होगा कैसे लेना है, बस ध्यान रखियेगा लिखे हुए से ज्यादा ले लें. ३० दिन में ठीक हो जायेंगे.
Hello mam.
Mujhe kush saalo se weakness hai jaise sheghar patan, weak sprm,small size etc.
Pls mujhe bataye k mai konsi medicine lay sakta hunor kaise.?
Thanks
Mam Mera age 23 years h. Mujhe 7sal se swapn dekhta hu AR night fall Jo jata h. Bhut Sara dwaiya Kha Chuka hu. Av confido Kha rha hu. But fayda nhi h. Please suggest Mai kya kru
ji swapndosh koi bimari nahi hoti hai, agar saptah men 3 baar bhi hota hai to normal hai, healthy logon ko agar shadi nahi hui hai to nightfall normal hai balki ye achchhi sehat ki nishani hai
स्वप्नदोषमें वंग भस्म को इसबगोल की भूसी के साथ लेना चाहिए। अथवा एक रत्ती वंग भस्म को एकरत्ती प्रवाल पिष्टी, और चार रत्ती कबाब चीनी के चूर्ण में शहद मिलाकर लेना चाहिए।
medam kitna lena or kiss time pe or kitne din tak plz mem batadijiye
150 mg se 250 mg, shada ke saath chaten usake baad 1 glass garam doodh piyen
chieldran dibites type i 1 age 8 year me kese dene he kripya bataeye ya koi ramban nuksa bataye
Ji kisi achchhe dr ko dikha kar hi bachche ko dawa den