यह वात और कफ को संतुलित करता है। इस तरह ये जोड़ों के दर्द, सूजन, और दर्द में राहत देता है।
Vatari Guggulu is an Ayurvedic formulation containing castor oil, guggulu, sulphur and guggulu. This medicine gives relief in joint pain, joint swelling, constipation, rheumatism, gout and similar conditions.
Here information is given about complete list of ingredients, properties, uses and dosage of this medicine in Hindi language.
वातारि गुग्गुलु आयुर्वेदिक दवा है। इसे अरंडी का तेल, गंधक, त्रिफला और गुग्गुलु से बनाया जाता है।इस दवा में प्रयोग ज्यादातर पदार्थ तासीर में गर्म और पाचन के बाद कटु pungent हैं। यह वात और कफ शामक दवा है। अमावात में वात और कफ दोष का असंतुलन हो जाता है। पहले तो मन्दाग्नि के कारण पाचन खराब हो जाता है। पाचन के कमजोर होने से शरीर में विषाक्त पदार्थ (अमा) जमा हो जाते हैं। वातारी गुग्गुलु अपने गुणों के कारण आम का पाचन करता है। यह वात और कफ को संतुलित करता है। इस तरह ये जोड़ों के दर्द, सूजन, और दर्द में राहत देता है।
नीचे इस दवा के घटक, गुण, सेवनविधि, और मात्रा के बारे में जानकारी दी गयी है।
वातारि गुग्गुलु के घटक | Ingredients of Vatari Guggulu in Hindi
- Vatari Taila (Eranda) Ricinus communis Sd. Oil. 1/8 Part
- Gandhak Shuddha Sulphur 1 Part
- Guggulu Shuddha Commiphora wightii O.R. 1 Part
- Haritaki Terminalia chebula P. 1 Part
- Bibhitaka Terminalia belerica P. 1 Part
- Amalki Emblica officianalis P. 1 Part
Lf. =Leaf; P. =Pericarp; Rt. =Root; Fr. =Fruit; Rz. =Rhizome; Sd.= Seeds; St. =Stem; St. Bk.= Stem Bark; Fl. Bd. =Flower Bud.
वातारि गुग्गुलु के आयुर्वेदिक गुण और कर्म | Vatari Guggulu Medicinal Properties in Hindi
- रस (स्वाद): तिक्त
- गुण (विशेषताएँ): लघु/हल्का, रुक्ष/सूखा, तीक्ष्ण/तीव्र
- वीर्य (शक्ति): उष्ण/गर्म
- विपाक (पाचन के बाद प्रभाव): कटु
- कर्म: वात-कफ शामक, दीपन, पाचक, वेदनास्थापना (analgesic), शोथहर (anti-inflammatory), अनुलोमना, विरेचक
वातारि गुग्गुलु के लाभ | Vatari Guggulu Medicinal Benefits in Hindi
- यह शरीर से वात और कफ को कम करता है।
- यह शरीर से विषाक्त पदार्थों को दूर करता है।
- यह विरेचक और कब्ज़ को भी दूर करता है।
- यह पाचन को सही करता है।
- यह जोड़ों के दर्द और सूजन में राहत देता है।
- यह पूरे सिस्टम को सही कर रोग का इलाज करता है।
वातारि गुग्गुलु के चिकित्सीय उपयोग| Vatari Guggulu medical Uses in Hindi
- आमवात (rheumatism) गठिया
- कमर शूल (lower backache)
- ग्रिध्सी साईटिका (sciatica)
- चलने में दिक्कत limping
- वातरक्त (gout)
- पंगु (paraplegia)
- शोथ (inflammation)
- जलन (burning sensation)
- आर्थराइटिस के कारण घुटने में विकार (deformed knee due to chronic arthritis)
वातारि गुग्गुलु की सेवनविधि और मात्रा How to take Vatari Guggulu and dosage in Hindi
1 गोली, दिन में दो बार, पानी के साथ। इस दवा का प्रयोग २-३ महीनो तक आराम से किया जा सकता है।
Where to buy
आप इस दवा को फार्मेसी दुकान पर या ऑनलाइन खरीद सकते हैं।
This medicine is manufactured by Maharshi Ayurveda (Vatari Guggulu), Vhca Herbals and some other pharmacies.
मेरी जानकारी अनुसार वातारि गुग्गुलु व सिंहनाद गुग्गुलु एक ही औषधि हैं। अतः यदि ऐसा है तो कृपया लेख में पर्याय नाम से उल्लेख करें ताकि पूरी जानकारी मिल सके।
धन्यवाद।