चरक विगोमैक्स फोर्ट के फायदे, नुकसान, उपयोग विधि और प्राइस

विगोमैक्स फोर्ट, चरक फार्मेसी द्वारा निर्मित एक हर्बल आयुर्वेदिक दवाई है जो की केवल पुरुषों के लिए है। यह शक्तिवर्धक, जोश वर्धक, और वाजीकारक औषधि है। इसके सेवन से पुरुषों के प्रजनन अंगों को ताकत मिलती है और यौन दुर्बलता दूर होती है। इसमें आयुर्वेद के जाने-माने वाजीकारक जैसे की अश्वगंधा, कौंच बीज, गोखरू, सालेप, सफ़ेद मुसली हैं। विगोमैक्स के सेवन से शरीर में टेस्टोस्टेरोन का स्तर बढ़ता है।

टेस्टोस्टेरोन पुरुषों के वृषण और एड्रेनल ग्लैंड से स्रावित होने वाला एंड्रोजन समूह का एक स्टीरॉएड हार्मोन है। यह प्रमुख पुरुष हॉर्मोन है जो की एनाबोलिक स्टीरॉएड है। टेस्टोस्टेरॉन पुरुषों में उनके प्रजनन अंगों के सही से काम करने और पुरुष लक्षणों जैसे की मूंछ-दाढ़ी, आवाज़ का भारीपन, ताकत आदि के लिए जिम्मेदार है। यदि टेस्टोस्टेरोन का स्तर कम हो जाता है तो यौन प्रदर्शन पर सीधे असर पड़ता है, जैसे की इंद्री में शिथिलता, कामेच्छा की कमी, चिडचिडापन, आदि। केवांच, मूसली और गोखरू के सेवन से शरीर में टेस्टोस्टेरोन के स्तर को सुधारने में मदद होती है।

इस पेज पर जो जानकारी दी गई है उसका उद्देश्य इस दवा के बारे में बताना है। कृपया इसका प्रयोग स्वयं उपचार करने के लिए न करें।

Vigomax forte is herbal proprietary Ayurvedic medicine from Charak Pharma. It is non-hormonal medicine to promote better sexual functions in male. It helps in erectile dysfucntion and loss of libido.

Here is given more about this medicine, such as indication/therapeutic uses, Key Ingredients and dosage in Hindi language.

  • उपलब्धता: यह ऑनलाइन और दुकानों में उपलब्ध है।
  • दवाई का प्रकार: हर्बल आयुर्वेदिक, प्रोप्राइटरी
  • मुख्य उपयोग: पुरुषों में यौन दुर्बलता
  • मुख्य गुण: वाजीकारक, टॉनिक
  • मूल्य MRP: Vigomax Forte 20 Tablets @ ₹ 160.00

चरक विगोमैक्स फोर्ट के घटक | Ingredients of Vigomax forte in Hindi

हर टेबलेट में:

Extracts of the following

  1. असगंध Ashwagandha (Withania somnifera) 200 mg
  2. कौंच Kapikacchu (Mucuna pruriens) 200 mg
  3. गोखरू Gokhshur (Tribulus terrestris) 225 mg
  4. सालेप Salep (Orchis latifolia) 200 mg
  5. मुसली Safed musli (Chlorophytum arundinaceum) 100 mg
  6. अरंडमूल Erandmula (Ricinus communis) 150 mg

अश्वगंधा (Withania somnifera) की जड़ें को इंडियन जिन्सेंग के नाम से भी जाना जाता है। यह पुरुष प्रजनन अंगों पर विशेष प्रभाव डालती है तथा यौन शक्ति बढ़ाने के लिए प्रयोग की जाती है। यह वीर्य की मात्रा और गुणवत्ता को बढ़ाने में भी मदद करती है। अश्वगंधा आयुर्वेद में टॉनिक, कामोद्दीपक, वजन बढ़ाने के लिए और शरीर की प्रतिरक्षा बढ़ाने के लिए increases weight and improves immunity प्रयोग की जाती है। अश्वगंधा तंत्रिका कमजोरी, बेहोशी, चक्कर और अनिद्रा nervous weakness, fainting, giddiness and insomnia तथा अन्य मानसिक विकारों की भी अच्छी दवा है।

असगंध तिक्त-कषाय, गुण में लघु, और मधुर विपाक है। यह एक उष्ण वीर्य औषधि है। यह वात-कफ शामक, अवसादक, मूत्रल, और रसायन है जो की स्पर्म काउंट को बढ़ाती है।

  • यह जड़ी बूटी पुरुषों में यौन शक्ति बढ़ाने के लिए प्रयोग की जाती है।
  • यह पुरुष प्रजनन अंगों पर विशेष प्रभाव डालती है।
  • यह पुरुषों में जननांग के विकारों के लिए एक बहुत ही अच्छी दवा है।
  • यह वीर्य की मात्रा और गुणवत्ता को बढ़ाने में भी मदद करती है।
  • यह शुक्र धातु की कमी, उच्च रक्तचाप, मूर्छा भ्रम, अनिद्रा, श्वास रोगों, को दूर करने वाली उत्तम वाजीकारक औषधि है।

कौंच या केवांच बीज Mucuna pruriens की गिरी है। केवांच की गिरी बहुत ही प्रभावशाली हर्बल दवा है तथा इसे हजारों वर्षों से पुरुष प्रजनन क्षमता में सुधार करने के लिए प्रयोग किया जाता रहा है। यह हाइपोथेलेमस पर काम करता है। इसके सेवन से सीरम टेस्टोस्टेरोन, लुटीनाइज़िंग luteinizing हार्मोन, डोपामाइन, एड्रेनालाईन, आदि में सुधार होता है। यह शुक्राणुओं की संख्या और गतिशीलता में भी उचित सुधार करने वाली नेचुरल दवा है । मानसिक तनाव, नसों की कमजोरी, टेस्टोस्टेरोन के कम लेवल आदि में इसके सेवन से बहुत लाभ होता है।

गोखरू आयुर्वेद की एक प्रमुख औषधि है। इस मुख्य रूप से पेशाब रोगों और पुरुषों में यौन कमजोरी के लिए प्रयोग किया जाता है।

गोखरू आयुर्वेद में मुख्य रूप से पुरुषों के लिए प्रयोग की जाने वाली औषधि है। इसके सेवन से मांसपेशियां बनती हैं, मज़बूत होती हैं, शक्ति-बल की वृद्धि होती है, टेस्टोस्टेरोन का स्तर बढ़ता है जिससे कामेच्छा बढ़ती है, वीर्य -शुक्र विकार दूर होते हैं और व्यक्ति हृष्ट-पुष्ट होता है।

गोखरू शीतल, मूत्रशोधक, मूत्रवर्धक, वीर्यवर्धक, और शक्तिवर्धक है। यह पथरी, पुरुषों के प्रमेह, सांस की तकलीफों, शरीर में वायु दोष के कारण होने वाले रोगों, हृदयरोग और प्रजनन अंगों सम्बन्धी रोगों की उत्तम दवा है। यह वाजीकारक है और पुरुषों के यौन प्रदर्शन में सुधार करता है।

गोखरू का प्रयोग यौन शक्ति को बढ़ाने में बहुत लाभकारी माना गया है। यह नपुंसकता, किडनी/गुर्दे के विकारों, प्रजनन अंगों की कमजोरी-संक्रमण, आदि को दूर करता है।

सफ़ेद मुस्ली को नेचुरल वियाग्रा या इंडियन जेन्सेंग के नाम से भी जाना जाता है। यह वाजीकारक, और सेक्स टॉनिक के रूप में अन्य घटकों के साथ बहुत से दवाओं में कामेच्छा की कमी, शीघ्रपतन, स्तम्भन दोष। आदि में प्रयोग की जाती है। यह फर्टिलिटी बूस्टर है और प्रजनन अंगों को ताकत देती है।

चरक विगोमैक्स फोर्ट के फायदे | Benefits of Vigomax forte in Hindi

  1. इसमें केवांच, गोखरू, मुस्ली, अश्वगंधा हैं जो की पुरुषों के विशेष रूप से उपयोगी माने गए हैं।
  2. यह यौन दुर्बलता को दूर करने में सहायक है।
  3. यह नसों को ताकत देता है।
  4. यह शीघ्रपतन, स्तंभन दोष, में लाभप्रद है।
  5. यह शरीर को शक्ति और स्फूर्ति देती है तथा दुर्बलता को दूर करता है।
  6. यह वीर्य / शुक्राणु की मात्रा को बढ़ाती spematogenic है।
  7. यह प्रजनन अंगों के सही प्रकार से काम करने में सहयोग करता है।

चरक विगोमैक्स फोर्ट के चिकित्सीय उपयोग | Uses of Vigomax forte in Hindi

  1. यौन प्रदर्शन को सुधारना
  2. इरेक्टाइल डिसफंक्शन
  3. मानसिक कारणों से यौन दुर्बलता
  4. किन्हीं दवाओं के सेवन से कामेच्छा कम हो जाना

चरक विगोमैक्स फोर्ट की सेवन विधि और मात्रा | Dosage of Vigomax forte in Hindi

  1. 1 गोली, दिन में दो बार, सुबह और शाम लें।
  2. इसे दूध के साथ लें।
  3. इसे भोजन करने के बाद लें।
  4. या डॉक्टर द्वारा निर्देशित रूप में लें।

उपयोगी सुझाव/ सावधनियाँ/ साइड-इफेक्ट्स/ कब प्रयोग न करें Cautions/Side effects/Contraindications in Hindi

  1. खाने में दूध, घी, छुहारे, ड्राईफ्रूट्स को शामिल करें।
  2. नियमित दूध पिए।
  3. यदि नॉन-वेजिटेरियन हैं तो अंडे का सेवन करें।
  4. खाने में मीठे और कसैले भोजन को शामिल करें।
  5. नमक, खट्टे पदार्थ, और तीखे भोजन का सेवन न करें।
  6. धूम्रपान, शराब आदि से दूर रहें।
  7. इस दवा का सेवन तीन से छः महीने तक लगातार किया जा सकता है।
  8. परिणाम कुछ दिनों में मिलने लगते हैं।
  9. स्ट्रेस को कम करें।
  10. व्यायाम करें।
  11. इरेक्टाइल डिसफंक्शन होने के सही कारण पता करने की कोशिश करें।
  12. इसे बच्चों की पहुँच से दूर रखें।
  13. इसे ज्यादा मात्रा में न लें।
  14. एक साथ कई एक जैसी दवा न लें।

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