वीर्य बढ़ाने और गाढ़ा करने वाले खाद्य पद्दार्थ

इसलिए आयुर्वेद में कुछ भोजनों और औषधीय वनस्पतियाँ बताई गई हैं जिनका सेवन सम्पूर्ण स्वास्थ्य को और विशेष रूप से संतानोंत्पत्ति की क्षमता को बढ़ाता है। यह सभी भोज्य पदार्थ शुक्रल अर्थात स्पर्म बढ़ाने वाले, वाजीकारक / कामेच्छा बढ़ाने वाले और रसायन (एंटीएजिंग, टॉनिक) हैं। इन भोजनों का सेवन शरीर को बल, उर्जा, शक्ति, और ओज देता है।

वीर्य को इंग्लिश में सीमन semen या सेमिनल फ्लूइड seminal fluid कहते हैं। यह शिश्न penis के अग्रभाग शिश्न मुंड glans penis से सेक्स के दौरान निकलता है। इस सफ़ेद, लुबावदार, चिपचिपे, घाढ़े द्रव्य में शुक्र कीट, तथा शुक्राशयों, पौरुष ग्रंथि (प्रोस्ट्रेट) और एपीडाईडीमस के स्राव भी मिले होते हैं।

वीर्य शुक्राणुओं का पोषण करता है। यह एल्कलाइन होता है। वीर्य की एक बूँद में लाखों शुक्राणु पाए जाते है। शुक्राणुओं को शुक्र कीट और स्पर्म sperm भी कहते है। शुक्राणुओं का निर्माण दोनों टेस्ट्स / टेस्टिकल / वृषण testes में होता है जो की स्क्रोटम scrotum में शरीर से थोड़ी दूर पर लटके अवस्था में रहते हैं। स्क्रोटम का तापमान शरीर के तापमान से कम होता है जिससे स्पर्म का निर्माण हो सके।

शुक्राणु अत्यंत `ही सूक्ष्म, जीवित पुरुष जनन कोशिकाएं हैं। यह माइक्रोस्कोप के द्वारा हिलते डुलते देखे जा सकते हैं। शुक्र कीट केवल एल्कलाइन / क्षारीय दशा में ही जीवित रह सकते हैं। अम्लता / एसिडिक, इन्हें नष्ट कर देती है। प्रोस्ट्रेट ग्रन्थि से वीर्य में मिलने वाला पदार्थ, एल्कलाइन, चिकना और पतला होता है जिससे शुक्रकीट आसानी से चल सकें।

शुक्राणु पुरुष के बीज है जो डिम्ब से मिलकर नए जीवन की शुरुआत करते हैं।

आयुर्वेद के अनुसार खाये हुए भोजन का अन्तिम परिणाम वीर्य होता है और इसका निर्माण बहुत सीमित होता है। एक स्पर्म को बनके परिपक्व होने में करीब 64 दिन या दो महीने लगते है। भोजन से रक्त बनता है और रक्त से ही वीर्य। किसी भी तरह का रोग वीर्य बनने की प्रक्रिया को बाधित कर देता है। शरीर में किसी भी तरह के संक्रमण से वीर्य की गुणवत्ता पर कई महीनो तक प्रभाव रहता है।

इसलिए आयुर्वेद में कुछ भोजनों और औषधीय वनस्पतियाँ बताई गई हैं जिनका सेवन सम्पूर्ण स्वास्थ्य को और विशेष रूप से संतानोंत्पत्ति की क्षमता को बढ़ाता है। यह सभी भोज्य पदार्थ शुक्रल अर्थात स्पर्म बढ़ाने वाले, वाजीकारक / कामेच्छा बढ़ाने वाले और रसायन (एंटीएजिंग, टॉनिक) हैं। इन भोजनों का सेवन शरीर को बल, उर्जा, शक्ति, और ओज देता है।

शुक्र / वीर्य बढ़ाने वाले भोजन

अच्छा आहार अच्छे स्वास्थ्य की कुंजी है। यदि आहार अच्छा नहीं है तो रक्त कम बनेगा। जब रक्त कम बनेगा तो वीर्य भी कम बनेगा। वीर्य कम होने पर काम शक्ति भी कम होगी और कामेच्छा भी। शरीर में शक्ति की कमी होने से भी मस्तिष्क भी सही से काम नहीं करेगा।

भोजन में निम्न पदार्थों का सेवन शरीर में वीर्य Semen improving को बढ़ाता है:

  1. मिश्री मिला गाय का दूध
  2. गाय का धारोष्ण दूध
  3. मक्खन, घी
  4. चावल व दूध की खीर
  5. उड़द की दाल
  6. तुलसी के बीज
  7. बादाम का हलवा
  8. मीठा अनार
  9. प्याज, प्याज का रस घी-शहद के साथ
  10. तालमखाना
  11. खजूर
  12. बादाम

वीर्य को गाढ़ा करने का भोजन semen thickening food

  1. मोचरस
  2. सफ़ेद मुसली
  3. काली मुसली
  4. बबूल का गोंद
  5. काले तिल

कामेच्छा बढ़ाने वाला भोजन libido improving food

  1. छुहारे को दूध में पकाकर खाना
  2. अंडे
  3. गाय का घी
  4. पिस्ता-बादाम, चिलगोजे
  5. कस्तूरी
  6. केवांच के बीज का चूर्ण
  7. अकरकरा
  8. सालम मिश्री
  9. सोंठ
  10. नारियल
  11. खीर
  12. बादाम का हलवा
  13. पिस्ते की बर्फी
  14. अनार का रस

ऊपर दिए गए सभी पदार्थ, मीठे, चिकने, बलवर्धक, शक्तिवर्धक, ओज वर्धक, वृष्य और पुष्टिवर्धक हैं। इनका सेवन शरीर को बलवान करता है और वज़न भी बढ़ाता है।

आयुर्वेद की वीर्यवर्धक दवाएं Semen/sperm increasing Ayurvedic medicines

  1. अश्वगंधा चूर्ण Ashwagandha Churna
  2. अश्वागंधादि लेहम Ashwagandhadi Lehyam
  3. अश्वगंधा घृत Ashwagandha Ghrita
  4. अश्वगंधा पाक Asgandh pak
  5. अश्वगंधारिष्ट Ashwagandharishta
  6. अभ्रक भस्म Abhrak Bhasma
  7. बादाम पाक Badam Pak
  8. चंद्रप्रभा वटी Chandraprabha vati
  9. धातुपौष्टिक चूर्ण Dhatupaushtik Churna
  10. दशमूलारिष्ट Dasamularistam
  11. द्राक्षरिस्ट Draksharishta
  12. कल्याणक घी Kalyanaka Ghrita
  13. शिलाजीत रसायन Shilajeet Rasayan
  14. सुकुमार घी Sukumara ghritam
  15. स्वर्ण भस्म Swarna bhasma
  16. शतावरी घी Shatavaryadi Churna
  17. मूसली पाक Musli pak
  18. केवांच चूर्ण Kevanch beej Churna

वीर्य बढ़ाने के लिए पानी का सेवन भी उचित मात्रा में करना चाहिए। पानी शरीर को ज़रूरी तरल तो देता ही है अपितु पसीने, मूत्र आदि के माध्यम से शरीर से गंदगी को भी दूर करता है। पानी वीर्य को भी बढाता है।

5 thoughts on “वीर्य बढ़ाने और गाढ़ा करने वाले खाद्य पद्दार्थ

  1. mera penis bahut chhota hai aur sex kerne ka man to karta hai lekin tanav nahi aaya so mai sex nahi kar pata aur mera ek hi bachha second baby me problem aa raha hai hai semen analysis check karaya sabhi normal hai test tube baby me kitna kharch aayega

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